नमाज का तरीका
नमाज़ का तरीका
(Part 11)
❇ सज्दे में जाते वक़्त पहले घुटने ज़मीन पर रखिये फिर दोनों हाथो के बिच में इस तरह सर रखिये की पहले नाक फिर पेशानी और ये ख़ास ख्याल रखिये की नाक की नोक नही बल्कि हड्डी लगे और पेशानी ज़मीन पर जम जाए, नज़र नाक पर रहे
मर्द :
✴बाजुओ को करवटों से, पेट को रानो से और रनों को पिंडलियों से जुदा रखिये। (अगर सफ में हो तो बाज़ू करवटों से लगाए रखिये)दोनों पाउ की दसो उंगलियो का रुख इस तरह किब्ले की तरफ रहे की दसो उंगलियो के पेट ज़मीन पर लगे रहे।
हथेलिया बिछी रहे और उंगलिया किब्ला रु रहे मगर कलाइयां ज़मीन से लगी हुई मत रखिये।
औरत :*
❇ सज्दा सिमट कर कीजिये यानि बाजु करवटों से, पेट को रानो से और रनों को पिंडलियों से और पिंडलियां ज़मीन से मिला दीजिये। और दोनों पाउ सीधी तरफ निकाल दीजिये।अब कम अज़ कम 3 बार "सुब्हान रब्बियल अअ'ला" पढ़िये।
फिर इस तरह उठिये की पहले पेशानी फिर नाक फिर हाथ उठे।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
📚 ✍🏼नमाज़ के अहकाम, सफा 150-151
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