अनमोल मोती
❁ अनमोल मोती:- : (1)
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(1)- हज़रात अली (रजी अल्लाहु तआला अन्हु) फरमाते है
“आंसू और मुश्कान दो अनमोल खज़ाना है. आंसू को अपने तक महदूद रखो और मुश्कान को लोगो पर लुटा दो।”
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(2)-हज़रत लुक़्मान फरमाते है के अगर अमन चाहते हो तो कान और आँखों का इस्तेमाल करो और ज़ुबान बन्द रखो. पहले सोचो और फिर बोलो।
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(3)-अमीर इतना बनो के आप कितनी भी कीमती चीज़ चाहो खरीद सको, लेकिन कीमती इतने बनो के इस दुनीयां का कोई आमिर से आमिर भी आपको खरीद न सके.।
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(4)-किसी को पाने की तमन्ना न करो बल्कि तुम खुद उसके काबिल हो जाओ के लोग तुम्हे पाने की तमन्ना करे।
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(5)- रिश्ते तो ताजमहल की तरह होते है. सबको उसकी खूबसूरत तो दिखाई देती है मगर उसको बनाने में लगा वक्त नज़र नहीं आता।
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(6)- इंसान तीन चिजोसे महरूम रहेगा.
1. गुस्से वाला सही फैसले से.
2. झुठा इज़्ज़त से.
3. जल्दबाज़ कामयाबी से महरूम रहता है.
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(7)-बेशक ! इंसान बड़े कच्चे दिलवाला बनाया गया है. जब इसे मुसीबत पहुंचती है तो घबरा उठता है. और जब राहत मिलती है तो बे-खयाली करने लगता है.।
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(8)-एक बुज़ुर्ग से पूछा गया के गुस्सा किया है? बहुत खूबसूरत जवाब मिला के किसी की गलती की सजा खुद दो देना।
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(9)-बुरे इन्सान की सोबत से परेज़ करो क्यों की वह तलवार की तरह होती है जो देखने में तो खूबसूरत मगर असर मे खतरनाक होती है.।
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(10)- जिसने ज़ुबान पर काबू रखा उसने दुनीयां जीत ली. जिस की ज़ुबान से ज़हर निकलता है दुनीयां उसके लिए ज़हर बन जाती है।
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(11)-इंसान अपना चेहरा सजाता है जिस पर लोगो की नज़र होती है. मगर दिल को सजाने की कोशिश नहीं करता जिस पर रब तबारक व तआला की नज़र होती है.
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(12)-किसी को परखो मत क्यों के परखने से रिश्ते कमज़ोर हो जाते है.।
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(13)- दुश्मन से हमेशा बचते रहो और दोस्तो से उस वक्त बचो जब वह तुम्हारी तारीफ करने लगे।
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(14)- हर किसी की बात मे हां में हां मिलाना मुनिफिको की खसलत है और हर बात में इख़्तिलाफ़ करना बाइसे अदावत है.।
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(15)-मुसीबत अंधेरे की तरह होती है, और मुसीबतो का सामना करने वाला सितरो की तरह होता है. जब अँधेरा होता है तभी सितारे चमकते है.
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(16)- तकब्बुर करने वाले और यूही अपना वक्त बर्बाद करने वाले लोग शराब के नशेमे चूर लोगों से भी ज़्यादा देरी से होशमे आते है.
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