फैज़ाने फ़ारुके आज़म``(पोस्ट-03)

``फैज़ाने फ़ारुके आज़म``(पोस्ट-03)

---
☆फ़ारुके आज़म  हुस्ने ज़ाहिरी....
--
❀फ़ारुके आज़म की मुबारक रंगत❀
--
♥हज़रते इब्ने कुतैबा रहमतुल्लाह अलैह फरमाते है की "कूफा के लोगो ने अमीरुल मुअमिनिन हज़रते उमर फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه का जो हुल्या बयान किया है उस के मुताबिक़ आप का रंग गहरा गन्दुमी था। जब की अहले हिजाज़ ने जो आप का हुल्या बयान किया है उसके मुताबिक़ आप की रंगत बहुत सफेद थी बल्कि ऐसी सफेद थी जेसे चुना होता है और लगता था की आप के जिसमे मुबारक में खून ही नही है।

•अल्लामा वाकिदि अलैरहमा फरमाते है  की जिन्होंने आपرضي الله تعالي عنه के गन्दुमी रंग होने का क़ौल किया है उन की बात दुरुस्त नही की उन्हों ने आप को "आमुर्रमादा" यानी कहत साली वाले साल देखा था। आप ने उस साल दूध और चर्बी वगैरा खाना छोड़ दिया था सिर्फ ज़ैतून का तेल इस्तिमाल फरमाते जिस के सबब आप की रंगत गन्दुमी हो गई थी। अल्लामा इब्ने हजर असक्लानि अलैरहमा ने भी बाज़ फारुकी हज़रात से यही क़ौल नक़ल किया है।

☆फ़ारुके आज़म का क़दे मुबारक

✦हज़रते ज़र बिन हुबैश और अक्सर लोगो ने यही बयान किया है की अमीरुल मुअमिनिन उमर फारूकرضي الله تعالي عنه लम्बे क़द वाले और भारी जिस्म वाले थे। चन्द लोगो में जब आप खड़े होते तो यु मालुम होता था की आप दीगर लोगो को ऊपर से देख रहे है।

☆फ़ारुके आज़म की मुबारक आँखे और रुखसार....

✦हज़रते ज़र बिन हुबैशرضي الله تعالي عنه फरमाते है की अमीरुल मुअमिनिन फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه की आँखे लाल-सुर्ख और रुखसार बहुत ही पतले और कमज़ोर थे।
``
❀फ़ारुके आज़म की दाढ़ी मुबारक❀
``
♥हज़रते अबू उमरرضي الله تعالي عنه फरमाते ही की अमीरुल मुअमिनिन हज़रते उमर फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه की दाढ़ी मुबारक घनी व घुंगरियाली थी।
``
•आला हज़रत अलैरहमा फरमाते है : शैखे मुहक़्क़ीक़ मदारिजुन्नुबुव्वत में फरमाते है : अस्लाफ की आदत इस बारे में मुख़्तलिफ़ थी चुनांचे, मन्कुल है की अमीरुल मुअमिनिन हज़रते अलीكَرَّمَ اللّٰهُ تَعَالٰى وَجْهَهُ الْكَرِيْم की दाढ़ी इन के सीने को भर देती थी इस तरह हज़रते फ़ारुके आज़म और हज़रते उष्मानرضي الله تعالي عنهم की मुबारक दाढ़िया थी, और लिखते है की शैख़ मोहयुद्दीन अब्दुल क़ादिर जिलानीرضي الله تعالي عنه लंबी और चौड़ी दाढ़ी वाले थे।

----
☆फ़ारुके आज़म की मुछे...
``
♥आपرضي الله تعالي عنه की मुछे दरमियान से पस्त और दाए बाए बढ़ी हुई थी। हज़रते ज़र बिन हुबैशرضي الله تعالي عنه फरमाते है : आप की मुछो के बाल दाए बाए से काफी बढ़े हुवे थे और उन में भूरा पन भी था।

♥हज़रते अब्दुल्लाह बिन ज़ुबैरرضي الله تعالي عنه से रिवायत है, आप को जलाल आता तो अपनी मुछो को ताव देते थे।

♥हज़रते अस्लम रहमतुल्लाह अलैह फरमाते है, फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه को जब जलाल आता तो अपनी मुछो को अपनी मुह की तरफ करते और इन में फुक मारते।

``
☆फ़ारुके आज़म मेहदी से खिज़ाब फरमाते...
--
 ♥हज़रते अनस बिन मालिकرضي الله تعالي عنه से रिवायत है, अबू बक्र सिद्दीक़رضي الله تعالي عنه ने मेहदी और कतम दोनों का खिज़ाब लगाया और फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه ने फ़क़त मेहदी का खिज़ाब लगाया।
♥ एक रिवायत में यु फ़रमाया है, फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه अपने बालो को मेहदी से आरास्ता किया करते थे। हज़रते खालिद बिन अबी बक्रرضي الله تعالي عنه से रिवायत है फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه अपनी दाढ़ी और सर में मेहदी लगाया करते थे।
☆फ़ारुके आज़म से मुशाबे सहाबी
हज़रते खालिद बिन वलीदرضي الله تعالي عنه अमीरुल मुअमिनिन उमर फ़ारुके आज़मرضي الله تعالي عنه की ज़ाहिरी शक्लो सूरत के मुशाबे थे।

(फैज़ाने फ़ारुके आज़म, 59-61)

Comments

Popular posts from this blog

Farmane Mustafa

चुगलखोरी किसे कहते हैं

ईद का वजीफा