हलाल तरीके से कमाने के 50 मदनी फूल
लुक्मए हलाल की फजीलत
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
हमें हमेशा हलाल रोज़ी कमाना, खाना और खिलाना चाहिये। लुक्मए हलाल की तो क्या ही बात है चुनान्चे दावते इस्लामी के इशाअती इदारे मक-त-बतुल मदीना की मत्बूआ 1548 सफ़हात पर मुश्तमिल किताब, फैजाने सुन्नत जिल्द अव्वल सफहा 179 पर है: हज़रते सय्यदुना इमाम मुहम्मद ग़ज़ाली رحمتُ اﷲِ تعَالٰی علَيه एहृयाउल उलूम की दूसरी जिल्द में एक बुजुर्ग رحمتُ اﷲِ تعَالٰی علَيه का कौल नक्ल करते हैं कि मुसल्मान जब हलाल खाने का पहला लुक्मा खाता ई है, उस के पहले के गुनाह मुआफ कर दिये जाते हैं। और जो शख्स तलबे हलाल के लिये रुस्वाई के मकाम पर जाता है उस के गुनाह दरख्त के पत्तों की तरह झड़ते हैं।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
✍🏼हलाल तरीके से कमाने के 50 मदनी फूल
पेज 3
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
Comments