गुस्ल का तरीक़ा #06

*गुस्ल का तरीक़ा* #06

بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
गुस्ल का तरीक़ा


*गुस्ल फ़र्ज़ होने के अस्बाब*

     🔹मनी का अपनी जगह से शहवत के साथ जुदा हो कर उज़्व से निकलना। 

     🔹ऐहतिलाम यानी सोते में मनी का निकल जाना। 

     🔹शर्मगाह में हश्फ़ा दाखिल हो जाना ख़्वाह शहवत हो या न हो, इन्ज़ाल हो या न हो, दोनों पर गुस्ल फ़र्ज़ है। 

     🔹हैज़ से फ़ारिग़ होना। 

     🔹निफ़ास (यानि बच्चा जनने पर खून आता है उस) से फ़ारिग़ होना।

*✍🏼बहारे शरीअत, जी.1, स.321-324*
*✍🏼नमाज़ के अहकाम, सफा 88-89*
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